टमाटर कि महंगाई के नाम पर भारत में घोटाला

Shaikh Umar Azmi
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    अचानक टमाटर महंगा क्यों हो जाता है

अपने हाल ही में टमाटर की महंगाई का नाम तो सुना ही था  बीते दिनों जब टमाटर महंगा हो गया था तो बहुत से लोग यह सोच रहे थे कि भारत में आखिर जब ज्यादातर परिवार किस है तो यह महंगाई आ क्यों रही है ज्यादातर लोग खेती पर निर्भर हैं भारत के अंदर हालांकि एक चालान तो अब बहुत कम हो गया है पर कुछ किसान अभी भी बाकी है खैर बात मुद्दे पर रहे आप यह सोचते होंगे यह पूछते होंगे  की सब्जियों पर महंगाई बढ़ती क्यों है पर जब

                     

आईए देखते हैं पूरा मामला !

ज्यादातर आप देखेंगे कि सब्जियों पर महंगाई बढ़ती क्यों है तो उसका सिर्फ एक मात्र ऑप्शन निकलता है सब्जियों की खपत अब सब्जियां जब हर साल पैदा की जाती हैं वह भी 1 साल में दो बार किसान मेहनत करता है रात दिन अपने खेतों के रखवाली करता है उसके बाद भी अगर भारत जैसे विशाल कृषि देश में अगर सब्जियों की कमी हो तो फिर बाकी मुल्कों की बात क्या की जाए दरअसल दोस्तों इस आज की बात हम टमाटर की खपत को

 लेकर यानी टमाटर की हुई महंगाई को लेकर एक राज खोलने वाले हैं 2023 में जब टमाटर की महंगाई से माता पीटना हुआ था आपका सर फोड़ना हुआ था आपका तो आपने पूछा था कि यह महंगाई क्यों हुई दरअसल  स्पेन नमक देश में एक त्यौहार मनाया जाता है बड़ी धूमधाम से जिसको लाल टमाटर कहते हैं | 

  क्या है लाल टमाटर का त्यौहार ?

इस फेस्टिवल में आप टमाटर की तरह होली खेलते हैं जिस तरीके से भारत में रंगों के साथ होली खेली जाती है लगभग लगभग वैसे ही है इस पेन में यह त्यौहार स्पेन के विनोद में यह त्यौहार बड़ी खुशी से मनाया जाता है 

 कैसे मनाते हैं इस त्यौहार को ?

 दूसरे पर टमाटर मारे जाते हैं यानी फेक जाते हैं और यह दुनिया का दुनिया की सबसे बड़ी खान की लड़ाई भी कही जाती है इसको यानी टमाटर खाने की चीज तो खाने से खान की लड़ाई के जाती है लेकिन यह एक दोस्त दूसरे दोस्त पर करता है या फेकता है यह परंपरा स्पेन में 1940 में शुरू हुई थी एक टूरिस्ट अट्रैक्शन बना और भारत से

                               

भारत गरीब किसानो से सस्ते दाम में लेकर आगे महंगे दाम में दूसरे देश को भेजते हैँ 

 इस त्यौहार में किसानों का बड़ा नुकसान होता है किसानों से बहुत ही कम दाम में टमाटर या उनकी सब्जियां लेकर शहरों में बड़े अच्छे दामों पर बेचा जाता है जिससे किसानों के आय में बड़ा फर्क आता है किसने की आय लगभग 5 गुना कम हो जाती है लेकिन टमाटर की महंगाई पर सिर्फ यही एक मात्र ऑप्शन नहीं है टमाटर की महंगाई टमाटर की खपत को लेकर भी हो जाती है कभी-कभी मौसमी बदलाव के कारण या ठीक वक्त पर बारिश न होने की वजह से फल या सब्जियां तैयार नहीं हो पाती जिसमें व्यापारियों का बड़ा नुकसान होता है हाल ही में

 टमाटर की महंगाई टमाटर की ज्यादा खपत होने की वजह से और कम पैदावार की वजह से हुई थी इस समय टमाटर बेंगलुरु से इंपोर्ट किया जा रहा था पूरे देश में अब बेंगलुरु से इंपोर्ट करना उत्तर प्रदेश में तो बहुत सारे चार्ज लग जाते हैं कितने सारे टैक्स लगते हैं उसके बाद रोड टैक्स टोल टैक्स जीएसटी ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा हर व्यापारी अपने पास से माल दूसरे व्यापारी तक पहुंचाने के लिए बीच में कमीशन रखता है उसे कमीशन का खर्चा सारा कुछ

 मिलाकर एक आम आदमी को ₹20 किलो का टमाटर ₹50 किलो में मिल रहा है इसमें सिर्फ व्यापारियों की गलती नहीं है सरकार की भी गलती है या उन नागरिकों की गलती है जो जानते हैं कि इसको कैसे ठीक ढंग से मैनेज किया जा सकता है उसके बाद भी अपना हाथ आगे नहीं बढ़ते हैं खासकर उन नागरिकों की या उन लोगों की जिम्मेदारी है जो सरकार में बने हैं जो एक ऊंचे या अच्छे पद में भारत में मौजूद है की पूरी स्क्रिप्ट सिर्फ टमाटर की महंगाई को लेकर है अन्य स्क्रिप्ट आप हमारी वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं शुक्रिया | 

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