तनाव को कैसे प्रबंधित करें और कम करें | How to manage and reduce stress

Shaikh Umar Azmi
7 Min Read

 स्ट्रेस यानी तनाव तनाव हमारी जिंदगी में होता ही होता है इंसान अगर जिंदा है तो किसी न किसी बात को लेकर चिंता करेगा ही चिंता इंसान के स्वभाव की सबसे छोटी चीज अगर इंसान कुछ नहीं कर रहा होता है तो फिर भी वह चिंतित होता है अपने भविष्य को लेकर अगर वह कुछ कर भी रहा हो तो इसको लेकर चिंतित होता है कि वह कम समय पर होगा कि नहीं अगर समय पर हो जाता है काम तो यह सोचने में व्यस्त रहते हैं कि काम सही


                    


 हुआ है या नहीं यानी इंसान अपनी जिंदगी में हर 10 से 20 मिनट में तनाव में ही रहता है किसी न किसी बात को लेकर अब यह बहुत से कम लोगों को पता है कि आप आप जिन बातों को दिनभर सोचते रहते हैं उनमें से तो 90% बातें आपके काम लायक होती ही नहीं सिर्फ अपना आप अपना समय और अपनी एनर्जी खत्म करते हैं उन चीजों पर नीचे दिए गए कुछ टिप्स और बातों को ध्यान में रखकर आप अपने तनावपूर्ण जिंदगी को राहत भरी ऐश वाली जिंदगी में बदल सकते हैं


 क्या है स्ट्रेस


 स्टोरेज हर उसे चीज को नहीं कहते हैं जो आप सोचते हैं स्ट्रेस सिर्फ उन चीजों को कह सकते हैं जो आपके जीवन पर दबाव डालने का काम कर सके यदि आप ऑफिस में काम कर रहे हो तो आप किसी काम को ठीक ढंग से नहीं किया हो तो उसे प्रोजेक्ट का तनाव आपके दिमाग में रहेगा

 उसको बार-बार आप सोच रहे होंगे परिवार की बातें कई बार दिल पर लगती हैं जिसके कारण आप बहुत गहर विचार करने लगते हैं आप सोचने लगते हैं बार-बार सोचते रहते हैं रोते हैं तकलीफ में रहते हैं यह छोटी-छोटी चिंता करने वाली बातें जब लगातार आप लंबे समय तक यह नहीं एक ही बातों को सोते रहते हैं तो फिर आपको स्ट्रेस यानी तनाव होता है


                            


 स्ट्रेस में जीने के नुकसान


 यदि आप लंबे समय तक स्ट्रेस में रहते हैं किसी बात को बार-बार सोचते रहते हैं उसे खुद को तकलीफ देते रहते हैं यानी आप स्ट्रेस में होते हैं यदि आप लंबे समय तक स्ट्रेस में रहेंगे तो उसे आपके हाथ पांव में कफन शुरू होने लगेगी छोटी-छोटी बातों पर आपको गुस्सा आने लगेगा खुशी का काम करने के बावजूद भी आपको खुशी महसूस नहीं होगी प्रकृति में आपका मन

 नहीं लगेगा भजन एवं धार्मिक गतिविधियों में आपका क्षणिक भर भी मन नहीं लगेगा इसके उपरांत आप उन चीजों को अपने ऊपर बोझ मानेंगे हालांकि यह बात सही है कि जब आप खुद से परेशान हो तो और चीज आपको बोझ लगती है चाहे वह फिर कुछ भी हो चाहे वह पारिवारिक हो

 चाहे व्यवसायिक हो या फिर धार्मिक अपुन चीजों से ऊब जाते हैं स्ट्रेस में रहने से लगातार आप अपने बच्चों में अपने दोस्तों में अपने परिवारों में एक अच्छा माहौल नहीं पैदा कर पाते हैं जिसकी वजह से सभी आपको इग्नोर करेंगे और आप फिर तन्हाई में जीना पसंद करेंगे यही आपको बर्बादी की तरफ ले जाएगा


 क्यों होती है स्ट्रेस की प्रॉब्लम


कई बार इंसान यह सोचने पर ही दिन गुजार देता है कि वह परेशान क्यों है यदि आप परेशान है तो सिर्फ इसका पता लगाइए कि आप परेशान क्यों है क्योंकि ज्यादातर इंसान की परेशानी पैसा होती है आपके घर में राशन खत्म हो गया हो इसको लेकर आप परेशान हो सकते हैं आपके बच्चे की फीस नहीं जमा हुई हो इसको लेकर आप परेशान हो सकते हैं मैं आज की इंसान

 की जिंदगी तनावपूर्ण है चेहरे पर झुर्रियां चेहरा पूरा तेल की तरह चमक रहा होगा पता नहीं चल रहा होगा कि नारियल कौन सा और चेहरा कौन सा ऐसे में आपको ऐसे लोगों को ढूंढना चाहिए जो खुशमिजाज आप स्ट्रेस से बाहर आने के लिए आप म्यूजिक का इस्तेमाल कर सकते हैं संगीत संगीत में साथ

 और होते हैं जिनको आप अच्छे से सीख लें अपने डिप्रेशन के दौरान आप म्यूजिक का इस्तेमाल करते हुए भी अपने तनाव से बाहर आ सकते हैं आप एक कमरे में बंद करके खुद को खूब ना चाहिए खूब ना चाहिए खूब नाचिये 


खूब ना चाहिए इससे आपका बचपन याद आएगी आपको बचकानी हरकतें करने पर आपको आपका बचपन याद आएगी यह सारी चीज करते हुए आप अपने शरीर का सबसे पहले ख्याल रखिए शरीर के ख्याल करने के लिए सबसे पहले जो हमने पिछले कई ब्लॉग में बताया है आपको उन चीजों का ख्याल करिए आप शरीर को अच्छा खाना खिलाए अच्छा का मतलब बिल्कुल

 भी यह नहीं है कि आप अपने शरीर को गोश्त मछली खिलाएं आप अपने आहार में पौष्टिक आहार का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें पानी कम से कम 20 लीटर पीजिए 20 लीटर नहीं पी पाते हैं तो 12 लीटर पीजिए क्योंकि वैज्ञानिक भी कहते हैं 12 लीटर दिन में काम से कम पानी पीना चाहिए पर

 आप 20 पीजिए आप शरीर को एकदम साफ कर दीजिए अंदर से खून उनकी बीमारी जो भी हो आपकी सब एकदम नीचे से निकल जाए आपके डोले अगर ऊपर हो तो यह बिल्कुल नहीं दर्शाते इसका की शरीर अंदर से मजबूत है शरीर को अंदर से मजबूत रखने के लिए आपकी हड्डियों में बाल होना चाहिए

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