Wrong Operation Death : आज हम आपको आजमगढ़ जिले की एक ऐसी घटना के बारे में बताएंगे Wrong Operation Death जिसे सुनकर वाकई आप सोचेंगे कि क्या ऐसा मुमकिन है दरअसल आजमगढ़ के थाना रानी की सराय अंतर्गत एक महिला का पथरी का ऑपरेशन होता है और अचानक से महिला की हालत गंभीर हो जाती है रिपोर्ट निकलवाने के बाद पता चलता है कि महिला को कैंसर था यानी महिला को कैंसर था और इलाज हो रहा था पथरी का ऑपरेशन हो गया पथरी का यह इलाज आजमगढ़ के निजी अस्पताल में हो रहा था इसके बाद महिला की मौत हो गई और मामले जैसे ही आल्हा अधिकारियों को पहुंचा सीएमओ ने फौरन एक टीम गठित की |
मामला क्या है Wrong Operation Death
जानकारी के अनुसार राममोहन की बहू को पेट में अचानक दर्द हुआ और राममोहन उनको जगरनाथ सराय के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया और और डॉक्टर ने पथरी का ऑपरेशन करना है बढ़कर ₹12 हजार निकलवाए और फिर बाहर से डॉक्टर को बुलवाया ऑपरेशन करने के लिए ऑपरेशन हो गया ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी घरवालों ने उसे एक दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया |
दूसरे अस्पताल की जांच में क्या निकला Wrong Operation Death
दूसरे अस्पताल की रिपोर्ट निकलवाने के बाद पता चला की महिला को कैंसर था इसके बाद महिला को पीजीआई चक्रपाणपुर रेफर कर दिया गया जहां इलाज के एक सप्ताह के दौरान महिला की मौत हो गई |
आजमगढ़ के 5 मशहूर अस्पताल Five famous hospitals of Azamgarh
प्रशासन की इस मामले पर कार्यवाही Wrong Operation Death
CMO के बयान के अनुसार उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर एक टीम गठित की गई है और मामले की जांच पूरी होने के बाद अस्पताल संचालक और डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी |
आवाज उठाने वाली बात Wrong Operation Death
दोस्तों आज के समय में जितना ज्यादा बीमारी हो गई है उससे कई ज्यादा हो गए हैं अस्पताल और मरीज और इनमें भी कई अस्पताल सरकारी तो कई अस्पताल गैर सरकारी यानी प्राइवेट जिनके पास पैसे होते हैं उनको बहुत मुश्किल नहीं होती है इलाज के दौरान उनके पास पैसे होते हैं वह अपना इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में फुल पूरी सुविधा के साथ आराम में अपना इलाज कर लेते हैं लेकिन आम आदमी जिसके पास कोई खास पैसे की जमा पूंजी नहीं हो और उसकी इलाज करना हो Wrong Operation Death तो वह सरकारी अस्पतालों के फिर चक्कर काटता है और सरकारी अस्पताल में आम लोगों की भीड़ इतनी ज्यादा होती है की आपको वहां बैठने तक की भी जगह मिल जाए यह बहुत है अब गवर्नमेंट हॉस्पिटल में इलाज करना तो मुश्किल ही रहा तो लोग दौड़ते हैं ऐसे अस्पताल में जहां पैसे भी ना लगे ज्यादा और इलाज भी हो जाए इस दौड़ में आम आदमी को मिलता है अस्पताल झोलाछाप यानी फर्जी डिग्रियों के साथ बैठे डॉक्टर जिनको सर में दर्द है बोलो तो वह घुटने का ऑपरेशन करते हैं |