Mental health : दिमागी बीमारियों से छुटकारा कैसे पाएं

Shaikh Umar Azmi
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   मेंटल हेल्थ क्या होती है 

 

दोस्तों आजकल हर इंसान अपने दिमागी स्वास्थ्य को लेकर बड़ा परेशान रहता है मेंटल हेल्थ भी कहते हैं उसे अंग्रेजी में पर जिन लोगों को यह नहीं पता कि मेंटल हेल्थ या दिमागी स्वस्थ रहते किसको हैं उनके लिए कुछ ही शब्दों में बता दूं कि दिमागी स्वास्थ्य उच्च आपकी बुद्धि की क्षमता और उसके कितने परसेंट ठीक काम करने या ना करने को कह सकते हैं  मेंटल हेल्थ आपके शरीर के लिए सबसे जरूरी है पर अक्सर हम अपनी जिंदगी में कुछ ऐसे तनाव कुछ ऐसी चुनौतियों के कारण खुद के दिमागी संतुलन को को बैठने का काम करने लगते हैं और यह

 

 

 शुरू होता है हमारे मेंटल हेल्थ के अच्छे स्वास्थ्य ना होने के कारण जवाब बहुत तनावपूर्ण जिंदगी गुजर रहे हो सेहत पर ख्याल बिलकुल न दे रहे हो  अच्छा खाना ना खा रहे हो अच्छा खाने से बिल्कुल भी मतलब यह नहीं कि आप मुर्गा खा रहे हो मछली खा रहे हो अच्छा खाना मतलब पौष्टिक खाना सर्वगुण खाना वह भोजन जो सात्विक हो जो हमारे पुराणों में जिन के बारे में बताया गया है जिन भोजनों के बारे में बताया गया है जिससे दाल चावल हरी सब्जी मूल गाजर खीर इत्यादि 

 

प्रकृति के करीब जाइये 

 

दिमागी स्वास्थ्य के लिए सबसे पहले आपको उन चीजों के करीब जाना है जिससे आपका बचपन जुदा हो यानी प्रकृति आप बचपन में जब खेलने निकलते थे अपने घरों से तो सबसे पहले आप अपने कपड़ों पर मिट्टी लगते थे मिट्टी सिर्फ के आपके कपड़ो को गंदा नहीं करती थी बल्कि आपके स्वास्थ्य को तंदुरुस्त रखती थी अच्छा रखती थी ऐसा कहा जाता है की मिट्टी से इंसान बना है इसलिए हमारे सबसे करीब जो चीज होनी चाहिए वह मिट्टी कभी भी ऐसा दिन ना गजरे की आपके हाथों या पांव में मिट्टी ना लग पाए आप कितने भी शहर में रह रहे हो मेट्रो सिटीज में आपका जीवन यापन हो रहा हो पर एक जगह पैसे ढूंढे जहां आपके पास मिट्टी जरूर हो मिट्टी में कुछ देर अपने

 

 

 पांव को चलते रहिए चलते रहिए अगर थोड़ी सी मिट्टी है तो उसे पर मिट्टी में अपने पैर को रगडि़ए अपने हाथों को रगड़ लिए अपने हाथों में मिट्टी उठाई और 5 मिनट 10 मिनट मिट्टी को रगड़ते रहिए हाथों में मिट्टी आपके शरीर में ऊर्जा पैदा करेगी रगड़ होने के कारण साथ ही साथ अपनी प्राकृतिक में जो भी चीज आती हैं जैसे पानी हवा इन चीजों से भी आपका तालमेल बैठा है रहना बहुत जरूरी है हवा के साथ-साथ सूरज का भी आपके शरीर पर पादना आपकी मेंटल हेल्थ को सुधार लाने में मदद करेगा आप सुबह सवेरे ब्रह्म मुहूर्त में जाकर ताजी हवा लेने के लिए

 

 अपनी चो पर चले जाएं जिनके पास छठ ना हो अगर तो वह मैदान में चले जाएं या फिर शहर के किसी भी पार्क में जा सकते हैं आप पानी इसका अर्थ यह होना है आपके शरीर पर कि आप अपनी से भी तालमेल बनाए रखें पानी 12 लीटर कम से कम आप अपने शरीर में पीने के तौर पर उपयोग करें  और नहाने के साथ-साथ आप ठंडा पानी या बर्फ वाला पानी उसमें अपने आप को बैठे रखें यानी कोल्ड बात ले की बात जिसको कहते हैं इस बात लीजिए आप

 

 या फिर सिर्फ आपका चेहरा बर्फ के पानी में डुबोकर रखिए जब तक सांस लेना आपके लिए जरूरी ना हो तब तक आप दुबई है फिर निकालिए फिर दुबई है फिर निकालिए ऐसा करके आप इस बात भी ले सकते हैं और की वॉश यानी ए से फेस वॉश भी कर सकते हैं

  

 

 

चलते रहो

 

  चलते रहो यानी घूमते रहो एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहो घूमने हमारे शरीर के लिए सबसे जरूरी चीजों में से एक है यदि आप अपने दिमागी स्वास्थ्य को अच्छा रखना चाहते हैं क्योंकि आपके शरीर का और घूमने का यानी एक जगह से दूसरी जगह जाने का एक अच्छा तालमेल बैठाना बहुत जरूरी होता है कई दफा आपका सफर में दिल लग जाता है कई दफा आप मुसाफिर बन जाते हैं तो आप अपने मानसिक परेशानियों से जूझ रहे होते हैं

 

 जिनको आपको ख्याल नहीं होता है कि आपके पास एक भी मानसिक परेशानियां हैं आप अपने घूमने फिरने में व्यस्त हो जाते हैं आप अपनी परेशानियों को अपनी बीमारियों को भूल जाते हैं इसका आप ऐसे देख सकते हैं कि जब वह पुराने समय में हमारे पास बहुत ज्यादा साधन नहीं हुआ करते थे तो हमारे बुजुर्ग हमारे  पुरखे एक जगह से दूसरी जगह सिर्फ जय आया करते थे हालेकू जमाने में सफर करना बहुत आसान नहीं होता था फिर भी पैदल साइकिल से लोग मुसाफिर हुआ करते थे लोग बंजारे हुआ करते थे लोग हिजर में ही रहा करते थे कई बड़े

 

 

 साइंटिस्ट और डॉक्टर की रिसर्च में पाया गया है कि आपका घूमने से दिमाग बहुत अच्छा और बहुत तेज चलने लगता है आपको नए-नए एक्सपीरियंस आते हैं घूमने से आपको जगह-जगह का अपनी जगह-जगह की ठंडी हवा और बदलती हुई भाषा बदलते हुए कलर बदलते हुए लोग कई जगह की मेमोरीज आपकी यादें सब आपके दिमाग में ताजा बनने लगते हैं जिससे आपका दिमाग बहुत ही तेज और बहुत ही शांत होने लगता है

 

सात्विक भोजन खाने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा

 

 दोस्तों खान-पान हमारी जिंदगी में सबसे अहम चीज है क्योंकि प्रगति ने भी इसको समय के हिसाब से बताकर पहले से ही तय किया हुआ है सुबह दोपहर और शाम इससे पता चलता है कि आपके लिए खाना कितना जरूरी है  हालांकि यह बात भी सही है कि खाना हमारी जिंदगी का स्तंभ है इसी पर हमारी जिंदगी टिकी हुई है अब खाने की बात जब आती है तुम आम आदमी यही सोचता है कि भाई मेरे पास तो ना पैसे हैं नमक काजू बादाम खरीद सकता हूं ना मैं किशमिश अखरोट खरीद सकता हूं तुम्हें अपनी सेहत को ठीक रखो कैसे दोस्तों सेहत को ठीक रखने के



 

 

 

 लिए जो आपको खान-पान की जरूरत है वह प्रकृति ने आपको बहुत अच्छे दाम पर आज के समय में और बिल्कुल मुफ्त दिया हुआ है जी हां आप अपने बगीचे घर के आसपास या फिर बाजार से हरी सब्जियां लेकर आए जिसमें पांच पांच प्रकार के तो सिर्फ आपको सांग मिल जाएंगे उसके बाद भिंडी करेला लौकी मूली गाजर खीरा नैनवा करेला सब आपको बिल्कुल अच्छे दाम पर आज के समय में मिल जाएगा यदि आप गांव में रहते हैं तो आप बिल्कुल मुफ्त इसको अपने आसपास उगा सकते हैं साफ सुथरा खान जैसे दाल चावल सब्जी रोटी आप इसी से

 

                     

 

 

 अपने सेहत को अच्छा रख सकते हैं अगर आपके पास उपलब्ध हो तो शुद्ध देसी घी घी में कई तरह के गुण होते हैं जिससे आपके शरीर में तंदुरुस्ती आता है और आपका शरीर फुर्तीला और तंदुरुस्त होता है और मजबूत बनता है

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